Modern Medicine NVinacco/Flickr

स्थानीय समस्याओं के लिए स्थानीय नवाचार

बोस्टन – ज्यों-ज्यों हम घटिया और नकली दवाओं के खतरे के बारे में और अधिक जानने लगे हैं, यह स्पष्ट होता जा रहा है कि यह उससे कहीं अधिक बड़ी समस्या है जितना कि पहले इसके बारे में सोचा गया था। यह एक ऐसा संकट भी है जिसे विकासशील देशों में अधिक तीव्रता से महसूस किया जा रहा है जिसमें नकली और घटिया दवाइयाँ हर साल 5,00,000 से अधिक लोगों की मृत्यु का कारण बनती हैं और ऐसे रोगों के उत्पन्न होने में योगदान करती हैं जो मौजूदा उपचारों के लिए प्रतिरोधी हैं और इसका लाखों लोगों पर दुष्प्रभाव पड़ता है।

विकासशील देशों में नीति-निर्माताओं द्वारा अपनाए जानेवाले दृष्टिकोण से यह समस्या और भी जटिल हो जाती है जिनकी इसके समाधान अपने देश में खोजने के बजाय विदेशों में खोजने की संभावना अधिक होती है। यह अदूरदर्शिता एक ऐसी भयंकर भूल है जिससे नवाचार और प्रगति बाधित होती है। जब नकली या घटिया दवाओं के फलने-फूलने जैसी अधिक प्रभावित करनेवाली स्वास्थ्य की चुनौतियों की बात होती है, तो स्थानीय समाधानों और स्थानीय नवाचारों के न केवल किसी भी सफल प्रयास में प्रमुख होने की संभावना होती है बल्कि उनमें ऐसे लाभ प्रदान करने की क्षमता होती है जो मूल समस्या से कहीं अधिक बढ़कर होते हैं।

पूरी विकासशील दुनिया में, लेकिन अफ्रीका में अधिक जाहिर तौर पर, दो ऐसे समूह हैं जो घटिया दवाओं के खतरे से निपटने के लिए उपकरणों की खोज करने में रुचि रखते हैं। एक समूह, छात्रों, उद्यमियों, और शोधकर्ताओं का है जो ऐसे समाधान खोजने का प्रयास करता है जो स्थानीय हों, मौलिक हों, और उनके समाज की जरूरतों के अनुरूप हों। इसके सदस्य विचारों को साझा करने के लिए तत्पर और सहयोग करने के लिए उत्सुक होते हैं। हालाँकि इस समूह ने कुछ नवोन्मेषी समाधान दिए हैं, उदाहरण के लिए, घाना के उद्यमी ब्राइट सिमन्स द्वारा नकली दवा की समस्या के समाधान के लिए मोबाइल प्रौद्योगिकी का उपयोग किया जा रहा है तथा इसमें और बहुत से उत्साही स्थानीय आविष्कारकों और उद्यमियों को शामिल होना चाहिए।

https://prosyn.org/pZTf8xXhi